इजरायल में 99 फीसदी लोगों को लगी वैक्सीन
मेन पॉइंट्स
वेब खबरिस्तान। भारत में 16 जनवरी से 28 फरवरी तक करीब 1.43 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन लगे थे। वहीं, मार्च के पहले हफ्ते में ही 50 लाख से ज्यादा लोगों को इंजेक्शन लगाए गए। रोज औसतन 7.5 लाख से अधिक डोज दिए गए हैं। आने वाले दिनों में यह स्पीड बढ़ने वाली है। इतवार को 66 हजार लोगों ने वैक्सीन के डोज लिए। 59,600 लोगों ने पहला डोज, जबकि 7 हजार ने दूसरा डोज लिया। इसके बावजूद जनसंख्या के हिसाब से भारत अभी बहुत पीछे है।
सेहत मंत्रालय के मुताबिक भारत में सोमवार सुबह तक 2.10 करोड़ डोज दिए गए हैं। इसमें 1.72 करोड़ लोगों को कम से कम पहला डोज मिला, जबकि 37.61 लाख लोग दूसरा डोज भी लगवा चुके हैं।
देश में 16 जनवरी को हेल्थकेयर वर्कर्स के साथ कोरोना टीकाकरण की शुरुआत हुई थी। 2 फरवरी से फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी वैक्सीन लगी थी। 13 फरवरी से हेल्थकेयर वर्कर्स को दूसरा डोज दिया गया। फ्रंटलाइन वर्कर्स को दूसरा डोज देने की शुरुआत 2 मार्च को हुई थी। 1 मार्च से सरकार ने सीनियर सिटीजन और 45-59 वर्ष के गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को वैक्सीनेशन में शामिल किया। साथ ही प्राइवेट अस्पतालों को भी टीके लगाने के लिए अधिकृत किया।
वैक्सीनेशन के हालात
इतवार को कुछ राज्यों के कुछ सेंटर्स पर टीकाकरण हुआ। इसमें करीब 66,666 टीके लगाए गए। 59,600 पहले डोज और 7,066 दूसरे डोज दिए गए।
सात दिन में करीब 55 लाख लोगों ने टीका लगवाया है। 31 लाख से ज्यादा सीनियर सिटीजन और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 5 लाख लोग शामिल हैं।
मार्च के पहले हफ्ते की प्रोग्रेस रिपोर्ट देखें तो हर दिन करीब 7 लाख डोज लगे और उनमें सबसे ज्यादा 60% से ज्यादा की हिस्सेदारी सीनियर सिटीजन की ही रही है।
अभी भी बहुत पीछे है भारत
यदि जनसंख्या के लिहाज से प्रति 100 लोगों में वैक्सीनेशन की गिनती देखी जाए तो तो इजरायल ने सभी राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। वहां 99 फीसदी लोग वैक्सीनेट हो चुके हैं। यूएई (63.25), यूके (33.71), यूनाइटेड स्टेट्स (26.29), चीन (3.65) और भारत (1.52) के साथ ही अन्य देशों का नंबर आता है। आबादी वैक्सीनेट करने के मामले में ज्यादा आबादी की वजह से चीन और भारत काफी पीछे रह गए हैं। एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक अगर भारत को तयशुदा लक्ष्य के अनुसार अगस्त तक 30 करोड़ लोगों को वैक्सीनेट करना है तो औसतन 13 लाख डोज रोज देने होंगे।