ख़बरिस्तान, धर्मशाला
हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन में 2 दिन पहले परवाणू के टिंबर ट्रेल हादसे के बाद सरकार हरकत में आई है। सरकार ने बड़ा निर्णय लेते हुए रोप-वे निगम को प्रदेश के सभी पांच रोप-वे का सेफ्टी ऑडिट करने के आदेश दिए हैं। ऑडिट के दौरान पर्यटकों को लिए रोप-वे कितने सुरक्षित हैं, इस बात की बारीकी से जांच की जाएगी। टिंबर ट्रेल के अलावा शिमला के जाखू, धर्मशाला, मनाली और नैना देवी रोप-वे का सेफ्टी ऑडिट एनडीआरएफ और पीडब्ल्यूडी के मैकेनिकल विंग के साथ मिलकर करेगा। विभाग इस काम के लिए विदेश से भी क्वालिटी एक्सपर्ट की सेवाएं लेगा। निगम ने इसके लिए विदेशी कंपनियों से आवेदन भी मांगे हैं।
जल्द लागू होगी रोप-वे पॉलिसी
रोप-वे निगम द्वारा लोगों की सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ के साथ मिलकर एसओपी भी तैयार की जा रही है, जिसमें रोप-वे के गंडोला में यात्रियों के लिए खाने-पीने की चीजों के अलावा लाइट, फर्स्ट एड बॉक्स और कम्युनिकेशन उपकरणों की व्यवस्था की जाएगी। निगम का कहना है कि ऐसा करने से हादसा होने पर यात्रियों के मनोबल को बढ़ाया जा सकेगा और उनकी मदद की जा सकेगी। लोगों की सुरक्षा के लिए निगम जल्द रोप-वे पॉलिसी को भी लागू करेगा। इसके लिए रोप-वे निगम को सरकार से अनुमति भी मिल गई है। इसका ड्राफ्ट रूल भी तैयार किया जा रहा है।रोप-वे निगम के निदेशक अजय शर्मा ने बताया कि निगम जल्द प्रदेश के सभी रोप-वे का सेफ्टी ऑडिट करेगा और एसओपी भी जारी करेगा।
4 नए रोप-वे पाइप लाइन में
रोप-वे निगम कई बड़े प्रोजेक्टों पर काम कर रहा है, जिसमें बगलामुखी, नैना देवी, शिमला और रोहतांग में 4 नए रोप-वे पर काम किया जाना है। बता दें कि बीते दिन परवाणू टिंबर ट्रेल रोपवे में केबल कार में 11 लोग फंस गए थे, जिन्हें रेस्क्यू ऑपरेशन कर सुरक्षित निकाल लिया गया था।