कोई जानमाल का नुकसान नहीं
वेब डेस्कः जापान के पूर्वोत्तर इलाके में शनिवार शाम को तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए। चारों तरफ अफरा तफरी मच गई। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7 के आसपास रही। भूकंप का सबसे अधिक प्रभाव मियागी और फुकुशिमा क्षेत्रों में देखा गया। इन्हीं इलाकों में 2011 में भी भूकंप के बाद सुनामी आई थी।
फुकुशिमा परमाणु संयंत्र की जांच में जुटे अधिकारी
मेन पॉइंट्स
जापान की परमाणु एजेंसिया फुकुशिमा दाई-इचि परमाणु संयंत्र की जांच कर रही हैं। 2011 में भूकंप और सुनामी से इस परमाणु प्लांट में रेडियोएक्टिव पदार्थों का रिसाव हुआ था। इस कारण समुद्र में भी प्रदूषित हो गया था। आरंभिक जांच में परमाणु संयंत्र को किसी तरह के नुकसान न होने की जानकारी मिली है।
सुनामी का खतरा नहीं
जापान से मिली मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भूकंप के कारण सुनामी को खतरा नहीं है। जानकारी मिली है कि भूकंप का केंद्र समुद्र तल से करीब 60 किलोमीटर नीचे था। राजधानी टोकियो के दक्षिण पश्चिमी क्षेत्र में भूकंप के झटकों को महसूस किया गया था।
क्राइसिस मैनेजमेंट ऑफिस बनाया
जापान में आए भूकंप के तुरंत बाद जापान का प्रधानमंत्री कार्यालय एक्शन में आ गया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने क्राइसिस मैनेजमेंट ऑफिस की स्थापना की। जापान में परमाणु संयंत्र चलाने वाली एजेंसी टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को संयंत्रों की जांच करने में लगा दिया है। अभी तक प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार भूकंप से जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है।
एक दिन पहले भारत में भी आया था भूकंप
जापान में शनिवार को भूकंप आया था। इससे एक दिन पहले यानी कि शुक्रवार को भारत के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप की तीव्रता 6.1 मापी गई थी। इस भूकंप के झटे पंजाब, हरियाणा, दिल्ली एनसीआर, राजस्थान, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में महसूस किए गए थे। गनीमत यह रही कि इस भूकंप से कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ था।