सुबूत के तौर पर पेश किया ट्वीट
बठिंडाः बठिंडा में अभिनेत्री कंगना रनोट के खिलाफ दायर मानहानि मामले में वीरवार को कोर्ट में कंगना के उस ट्वीट को सुबूत के तौर पर रखा गया, जिसे बाद में डिलीट कर दिया गया था। कंगना रनोट के खिलाफ बुजुर्ग महिला किसान महिंदर कौर ने मानहानि का केस किया है। मामले की अगली सुनवाई 28 जनवरी को होगी।
बुजुर्ग महिला महिंदर कौर के वकील रघवीर सिंह बेहनीवाल ने कहा कि 28 जनवरी को कोर्ट सुबूतों की जांच के बाद कंगना को सम्मन जारी कर सकता है। महिंदर कौर ने कहा कि कंगना ने उन्हें 100-100 सौ-सौ रुपये दिहाड़ी लेकर रोष धरनों में शामिल होने वाली महिला कहा था। इसके अलावा उनकी तुलना शाहीन बाग वाली दादी से भी की थी।
अदालत से लगाई इंसाफ की गुहार
महिला महिंदर कौर ने कहा कि कंगना के ट्वीट से उनकी मानहानि हुई है। उनके रिश्तेदारों व अन्य लोगों में उनकी छवि को खराब किया है। उन्होंने अदालत में इंसाफ की गुहार लगाई है। उन्होंने इस केस में किसी प्रकार के मुआवजे की मांग नहीं की। बल्कि अदालत से इंसाफ की ही गुहार लगाई है। उल्लेखनीय है कि अभिनेत्री कंगना रनोट ने ट्वीट करने के बाद उस ट्वीट को डिलीट कर दिया था। लेकिन तब तक कई लोग उस ट्वीट पर टिप्पणियां कर चुके थे। इसी बात को लेकर दिलजीत दोसांझ और कंगना रनोट के बीच ट्विटर वार भी छिड़ी थी।
कंगना के ट्वीट के बाद महिंदर कौर ने कंगना पर तीखी टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें इसकी जरूरत नहीं कि वे पैसे लेकर धरने में शामिल हों। उन्होंन कहा कि मेरे पास 13 एकड़ जमीन है और अगर कोरोना के कारण कंगना को काम नहीं मिल पा रहा है तो वह उनके खेतों में आकर काम कर सकती हैं।