वेब ख़बरिस्तान। पंजाब रोडवेज, पनबस और पीआरटीसी कांट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन ने विभाग में आउटसोर्सिंग पर भर्ती का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रकट करते हुए मंगलवार को गेट रैली की। यूनियन के राज्य उप चेयरमैन बलविंदर सिंह राठ एवं उप प्रधान दलजीत सिंह जल्लेवाल ने कहा कि सरकार ने कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने समेत यूनियन की अन्य मांगों का हल निकालने के बजाए पनबस में आउटसोर्सिंग के आधार पर भर्ती को मंजूरी दे दी है, जिसका यूनियन कड़ा विरोध करती है।
उन्होंने कहा कि पंजाब रोडवेज पनबस एवं पीआरटीसी को सही तरीके से संचालित कर पाने में पंजाब सरकार नाकाम रही है। इस कारण पंजाब रोडवेज एवं पीआरटीसी की हालत बहुत खराब हो गई है। विभाग के पास कर्मचारियों को वेतन देने, डीजल एवं स्पेयर पार्ट्स खरीदने के लिए भी पैसे नहीं हैं। पंजाब रोडवेज एवं पीआरटीसी की तरफ से डीजल पंप वालों के करोड़ों रुपये बकाया पड़े हुए हैं, जिस वजह से अब पंप संचालक डीजल देने से साफ इनकार करने लगे हैं। अगर मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने समय रहते ध्यान न दिया तो बसें वर्कशाप में खड़ी हो जाएंगी और बस माफिया को सरकार की तरफ से सीधा फायदा पहुंचेगा।
महासचिव चानण सिंह, कोषाध्यक्ष रणजीत सिंह एवं बिक्रमजीत सिंह ने कहा कि निशुल्क सफर के पैसे सरकार को हर महीने परिवहन विभाग को अदा करनी चाहिए। कर्मचारियों को वेतन सरकारी खजाने से देने का प्रबंध किया जाए, ताकि अगर विभाग के पास फंडों की कमी आती है तो कर्मचारियों को समय पर वेतन मिल सके।
वर्कशाप प्रधान तीरथ सिंह वरिष्ठ उप प्रधान गुरप्रकार सिंह, रामचंद्र, देवेंद्र सिंह ने कहा कि अगर सरकार ने कच्चे मुलाजिमों को पक्का न किया, समान काम, समान वेतन का सिद्धांत लागू न किया, वर्कशॉप कर्मचारियों को रेगुलर स्टाफ की तर्ज पर सुविधा न दी, वेतन बढ़ोतरी एवं पदोन्नति नहीं दी तो इस 17 मई को राज्य के नागरिकों को पंजाब सरकार की नाकामियों से अवगत करवाया जाएगा। 24 मई को 2 घंटे के लिए पंजाब के सारे बस स्टैंड बंद कर रोष मुजाहिरे किए जाएंगे। 28 एवं 29 मई को पंजाब के सारे विधायकों एवं मंत्रियों को ज्ञापन देकर 6 जून को गेट रैली की जाएगी तथा आठ, नौ एवं दस जून को पनबस एवं पीआरटीसी के कर्मचारी हड़ताल पर जाएंगे, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।