वेब खबरिस्तान, नडाला(कपूरथला)। जालंधर-अमृतसर जीटी रोड पर गांव हमीरा के पास सुबह करीब छह बजे लुधियाना निवासी परिवार के पांच लोगों की सड़क हादसे में मौत हो गई। इस दर्दनाक हादसे में दो लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। उन्हें इलाज के लिए जालंधर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह हादसा सड़क किनारे खराब खड़े कैंटर की वजह से हुआ है। थाना सुभानपुर की पुलिस ने कैंटर चालक के खिलाफ विभिन्न धाराओं के खिलाफ के केस दर्ज कर लिया है।थाना सुभानपुर की पुलिस को दिए बयान में न्यू दाना मंडी जैन ट्रस्ट बिल्डिंग बाईपास लुधियाना के पास मस्कीन नगर निवासी हरभजन सिंह ने बताया कि वह फोकल प्वाइंट लुधियाना में प्राइवेट नौकरी करता है। रविवार को उसकी बहू मनप्रीत कौर पत्नी राजिंदर सिंह, पोता परनीत सिंह, मनजीत सिंह पुत्र राजिंदर सिंह व उसकी समधन सरबजीत कौर पत्नी रणजीत सिंह, उसकी बहू अमनदीप कौर पत्नी तजिंदर सिंह, पोता गुरफतेह सिंह पुत्र तेजिंदर सिंह, तेजिंदर सिंह पुत्र रणजीत सिंह निवासी ग्रीन पार्क सिविल लाइन लुधियाना होंडा सिटी कार में सवार होकर माथा टेकने के लिए श्री हरिमंदिर साहिब अमृतसर गए थे। वह भी अपने निजी काम के लिए अमृतसर गया था और सोमवार की सुबह सभी उसे अमृतसर में मिले। तब तेजिंदर सिंह समेत उक्त सभी लोग माथा टेकने के बाद वापस कार से लुधियाना जा रहे थे। कार तेजिंदर सिंह चला रहा था और वह उनके पीछे आल्टो कार में सवार होकर आ रहा था। सुबह करीब छह बजे का समय होगा, जब तेजिंदर सिंह की होंडा सिटी कार गांव हमीरा जीटी रोड पर पहुंची तो आगे एक कैंटर नंबर-पीबी-05एपी-9191 सड़क पर खड़ा था और सड़क पर ट्रैफिक होने के कारण तेजिंदर सिंह ने कार थोड़ी से दाहिने साइड को काटी तो कार आगे खड़े कैंटर से जा टकराई। हादसा होता देख उसने अपनी आल्टो कार साइड में खड़ी करके होंडा सिटी के पास पहुंचकर देखा तो तेजिंदर सिंह की कार पूरी तरह से कैंटर में धंस चुकी थी और कार में बैठे उसके सभी रिश्तेदार व पारिवारिक सदस्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए। उसने मौके पर राहगीरों की मदद से सब जख्मियों को कार से बाहर निकाला और इलाज के लिए सिविल अस्पताल करतारपुर भेजा।
हादसा कैंटर चालक की लापरवाही से हुआ
हरभजन सिंह ने बताया कि जब वह सिविल अस्पताल करतारपुर पहुंचा तो पता लगा कि उसकी बहू मनप्रीत कौर(34), पोता परनीत सिंह(8 महीना), समधन सरबजीत कौर(56) और उसकी बहू अमनदीप कौर(25) और उसके पोते गुरफतेह सिंह(6 महीना) को हालत नाजुक होने के चलते जालंधर सिविल अस्पताल रेफर कर दिया, जहां पर उसकी भी मौत हो गई। उसने बताया कि यह हादसा कैंटर चालक की लापरवाही की वजह से हुआ है। जिसने कैंटर को सड़क पर खड़ा किया और पार्किंग लाइट नहीं जगाई, जिससे आने-जाने वालों को पता चल सके कि वाहन खराब है और खुद कैंटर खड़ा करके मौके से खिसक गया।थाना सुभानपुर की पुलिस ने हरभजन सिंह के बयान पर कैंटर चालक के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। वहीं जालंधर के एक अस्पताल में भर्ती बाकी घायलों की हालत नाजुक बताई जा रही है।