खबरिस्तान नेटवर्क। पंजाब के पूर्व कांग्रेसी मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने पत्नी के नाम का 500 गज का प्लॉट चुनाव आयोग से छुपा लिया। इसकी पुष्टि विजिलेंस जांच में हुई है और मामला चुनाव आयोग तक पहुंच गया है। धर्मसोत ने नाभा सीट से कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ा था।नामांकन फार्म में प्रत्याशी को अपनी समूची संपत्ति की जानकारी देनी जरूरी होती है। मगर धर्मसोत ने ऐसा नहीं किया। पंजाब के चीफ इलेक्शन अफसर ने कार्रवाई के लिए पूरा मामला आयोग के दिल्ली हेडक्वार्टर भेज दिया है।
31 जनवरी तक पत्नी थी मालकिन
विजिलेंस ने पंजाब के चीफ इलेक्शन अफसर को भेजे लेटर में लिखा है कि वह धर्मसोत के खिलाफ एंटी करप्शन एक्ट के केस की जांच कर रहे थे। तब सामने आया कि मोहाली के सेक्टर 80 में धर्मसोत का 500 गज का प्लॉट नंबर 27 भी है। प्लॉट धर्मसोत की पत्नी शीला देवी के नाम पर है। मई 2021 में इसे खरीदा गया था। गमाडा के रिकॉर्ड के मुताबिक 31 जनवरी 2022 तक शीला देवी इसकी मालिक थीं। 2 मार्च को इसे राजकुमार और कश्मीर सिंह के नाम पर ट्रांसफर करने का एफिडेविट आया था।
कानून का उल्लंघन
विजिलेंस के मुताबिक धर्मसोत ने नाभा सीट से चुनाव लड़ते वक्त अपनी और पत्नी की प्रॉपर्टी की जानकारी दी। इसमें पत्नी के नाम पर 500 गज के रेजिडेंशियल प्लॉट की जानकारी नहीं दी। ऐसा कर धर्मसोत ने द रिप्रेजेंटेशन ऑफ द पीपुल्स एक्ट 1951 के सेक्शन 125A के तहत जुर्म किया है।
करप्शन केस में हुई जेल
साधु सिंह धर्मसोत इस वक्त नाभा जेल में बंद हैं। धर्मसोत को जंगलात विभाग के घोटाले में गिरफ्तार किया गया था। विजिलेंस उन्हें अमलोह स्थित घर से गिरफ्तार किया था। धर्मसोत ने मोहाली कोर्ट में जमानत अर्जी लगाई थी लेकिन वह खारिज हो गई। अब धर्मसोत ने हाईकोर्ट में जमानत अर्जी लगाई है। इससे पहले पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप घोटाले में भी उनका नाम आया था।