वेब ख़बरिस्तान। मालेरकोटला में भ्रष्टाचार के मामले में पटवारी पर कार्रवाई के बाद अब बरनाला में दो पटवारियों पर मिलीभगत से दिवंगत किसान की जमीन बेचने के आरोप में केस दर्ज हुआ है। कस्बा धनौला में जमांबंदी से छेड़छाड़ कर जाली दस्तावेज तैयार करके एक दिवंगत किसान की चार एकड़ जमीन बेचने का मामला सामने आया है। आरोप है कि दो पटवारियों से मिलीभगत करके दो अन्य व्यक्तियों ने ने दीदार सिंह की चार एकड़ जमीन को जाली दस्तावेज तैयार करवाकर बेच दी। मामला सामने आने के बाद थाना धनौला पुलिस ने गुरप्रीत सिंह निवासी बुगरां और हरप्रीत सिंह निवासी जवंधा पिंडी, पटवारी गुरबख्श सिंह पुत्र मोहन सिंह (हलका तपा) व पटवारी हरदेव सिंह पुत्र नाजर सिंह (हलका महलकलां) के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस द्वारा इस मामले में उक्त आरोपितों पर दर्ज किए मामले में सामान्य धाराएं लगाने के चलते मामला शक के दायरे में आता दिखाई दे रहा है। दीदार सिंह के घरवालों ने धाराओं की संख्या बढ़ाने की मांग को लेकर एसएसपी के सामने इंसाफ की गुहार लगाई है। दीदार सिंह के पास 62 कनाल जमीन थी। इसमें से उसने 31 कनाल जमीन बेच दी थी। वर्ष 2012 में दीदार सिंह की मौत हो गई। उस समय दीदार सिंह के दोनों बेटाें की आयु 14 व 12 वर्ष थी। इस कारण उन्हें जमीन संबंधी जानकारी नहीं थी। बेटे जगसीर सिंह ने भरे मन से बताया कि जब कुछ समय बाद उन्हें जमीन के बारे में पता चला तो वह अपनी जमीन की मालकियत संबंधी दस्तावेज लेने धनौला की तहसील में गए। उन्हें मौजूदा पटवारी ने कहा कि रिकार्ड आग में जल चुका है।
इसके बाद उन्होंने एसडीएम बरनाला के समक्ष गुहार लगाई, जिनकी तरफ से दिए रिकार्ड में उसके पिता दीदार सिंह के नाम चार एकड़ जमीन पाई गई परंतु साथ ही जमांबंदी की अदला-बदली करके गुरप्रीत सिंह बुगरां पुत्र जगराज सिंह को मालिक बनाया गया था। लाखों की लिमट भी करवा ली गई थी। अब पता चला है कि माल विभाग के पटवारियों, कानूनगो व तहसीलदार ने जाली कागज तैयार करके उनकी जमीन चर्तुवेदी शर्मा पुत्र जगदीश शर्मा निवासी अकलिया जलाल को बेच दी है।
दीदार के परिवार ने प्रशासन से गुहार लगाई की उक्त आरोपितों के खिलाफ संगीन धाराओं तहत मामला दर्ज किया जाए व इसकी पुन: जांच कर इसमें शामिल नंबरदार, गवाह व अन्य व्यक्तियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए ताकि गरीब किसान के परिवार को इंसाफ मिल सके। भाकियू कादियां के इकाई प्रधान निर्मल सिंह ढिल्लों ने कहा कि यदि उक्त परिवार को इंसाफ न मिला तो बड़े स्तर पर संघर्ष शुरु किया जाएगा।