ख़बरिस्तान नेटवर्क : जालंधर बार एसोसिएशन ने पुलिस पर पक्षपात और लापरवाही का आरोप लगाते हुए आज से ‘नो वर्क डे’ का ऐलान किया है, जिससे अदालतों का कामकाज पूरी तरह ठप हो गया है। सुबह 10 बजे से ही बार एसोसिएशन से जुड़े वकीलों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया।
रंगदारी लेने वाला निर्दोष कैसे?
बार एसोसिएशन के प्रधान आदित्य जैन ने बताया कि उनके साथी वकील मंदीप सिंह सचदेवा से रंगदारी मांगी गई थी, और आरोपी ने उनके परिवार को नुकसान पहुंचाने की भी धमकी दी। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर तो दर्ज की, लेकिन जरूरी धाराएं नहीं लगाईं।
इसके बाद वकीलों ने खुद एक जाल बिछाकर आरोपी को पैसे लेने बुलाया। शाम नाम का एक युवक जब शेखां बाजार में पैसे लेने आया, तो पुलिस की सीआईए स्टाफ ने उसे पकड़ लिया। लेकिन कुछ ही देर बाद पुलिस ने उसे यह कहकर छोड़ दिया कि वह निर्दोष है।
प्रधान जैन ने सवाल उठाया किम अगर कोई व्यक्ति रंगदारी के पैसे लेने आया, तो वह निर्दोष कैसे हो सकता है? पुलिस ने इस पर कहा कि जांच अभी चल रही है और आरोपी को फिलहाल निर्दोष पाया गया है।
एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट की मांग
वरिष्ठ वकील राज कुमार भल्ला ने कहा कि आतंकवाद के समय में भी वकीलों को कभी ऐसी धमकियां नहीं मिली थीं, लेकिन आज पंजाब में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है। उन्होंने कहा कि एक वरिष्ठ वकील को इस तरह की धमकी मिलना सभी वकीलों पर एक हमला है।
उन्होंने आगे कहा कि यह मामला अब अदालत तक पहुंच गया है, इसलिए वे ‘एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट’ लाने की मांग करते हैं, ताकि वकीलों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पुलिस ने उचित कार्रवाई नहीं की, तो वे इस मुद्दे को राज्य स्तर पर उठाएंगे और आगे की रणनीति पर जल्द ही फैसला लेंगे।