पंजाब में बीते दिन से बारिश का दौर जारी है। वही आज भी सुबह से कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। भारी बारिश के चलते पठानकोट के कई हिस्सों में बाढ़ आ गई है । वही चक्की नदी पर बना पुल बह गया। चक्की नदी में बढ़ते पानी के कारण पठानकोट एयरपोर्ट जाने वाला रास्ता पूरी तरह से चक्की नदी में विलीन हो गया है, जिससे एयरपोर्ट और पठानकोट का संपर्क टूट गया है। गौरतलब है कि यह सड़क 10 से 12 गांवों को पठानकोट से जोड़ती है और 21 जुलाई को चक्की नदी में बढ़ते पानी के कारण इस सड़क का आधा हिस्सा टूट गया था। इस बारिश ने 47 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
भाखड़ा डैम के गेट 2-2 फीट खोले गए
वही हिमाचल प्रदेश में बारिश के बाद अब भाखड़ा डैम के गेट भी 2-2 फीट खोल दिए गए हैं। दरअसल, भाखड़ा बांध का वाटर लैवल 1668.57 फीट दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 1680 फी से तकरीबन 11 फीट ही नीचे है। हालांकि सतलुज में अभी हालात सामान्य बने हुए हैं।
माझा क्षेत्र में बाढ़ का खतरा
जम्मू-कश्मीर में हुई भारी बारिश के बाद रणजीत सागर डैम का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है। डैम का स्तर 527 मीटर दर्ज किया गया, जिसके चलतेबता दें कि पठानकोट-हिमाचल मार्ग पर भूस्खलन के कारण यातायात पहले से ही प्रभावित है। इसके कारण सतलुज और व्यास नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।बाढ़ और भूस्खलन के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। कटरा में माता वैष्णो देवी बैटरी कार मार्ग लगभग दस घंटे तक बंद रहा। मौसम विभाग ने 27 अगस्त तक ऊंचाई वाले इलाकों में बादल फटने और भूस्खलन की चेतावनी जारी की है।अतिरिक्त पानी छोड़ा गया है। इस कारण पंजाब के माझा क्षेत्र में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।

स्कूल कॉलेज बंद
रावी नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। स्थिति को देखते हुए पठानकोट-जम्मू हाईवे पहले ही बंद कर दिया गया है और पठानकोट से अमृतसर तक हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। एहतियात के तौर पर पठानकोट के सभी स्कूल और कॉलेज बंद रखे गए हैं।
जालंधर में भी सुबह से हो रही बारिश
जालंधर में भी सुबह से बारिश हो रही है, जिसके कारण लोगों को गर्मी से काफ़ी राहत मिली है। वही दूसरी तरफ सड़कों पर पानी भी जमा हो गया है । बता दे कि बारिश का दौर कल भी जारी रहने वाला है । होशियारपुर, गुरदासपुर, पठानकोट और रूपनगर में आज दोबारा अच्छी बारिश के असार बन रहे हैं। लेकिन उसके बाद दो दिन बुधवार व गुरुवार को मौसम सामान्य रहने का अनुमान है। लेकिन शुक्रवार से बारिश का नया दौर शुरू होगा।
लुधियाना में बारिश ने तोड़ा 47 साल का रिकॉर्ड
लगातार हो रही बारिश के चलते पिछले 24 घंटों में लुधियाना में हुई बारिश ने 47 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।पिछले 24 घंटों में लुधियाना में 72 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो पिछले 47 सालों का रिकॉर्ड है। इतना ही नहीं, इतनी बारिश इससे पहले 1977 में हुई थी।
बता दें कि पठानकोट-हिमाचल मार्ग पर भूस्खलन के कारण यातायात पहले से ही प्रभावित है। इसके कारण सतलुज और व्यास नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।बाढ़ और भूस्खलन के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। कटरा में माता वैष्णो देवी बैटरी कार मार्ग लगभग दस घंटे तक बंद रहा। मौसम विभाग ने 27 अगस्त तक ऊंचाई वाले इलाकों में बादल फटने और भूस्खलन की चेतावनी जारी की है।