खबरिस्तान नेटवर्क: कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के नेतृत्व वाली सरकार ने अंतरराष्ट्रीय कामगारों के लिए वर्क परमिट नियमों में बदलाव किया है। इसका सीधा फायदा भारतीयों को भी होगा। बता दे कि इस फैसले से वहां काम करने वाले विदेशियों को बड़ी राहत मिलेगी। बता दे कि कनाडा में काम करने वाले भारतीयों की बड़ी संख्या है। कनाडा की करीब 40 मिलियन की आबादी में से 1.4 मिलियन लोग भारतीय मूल के हैं।
वर्क परमिट में छूट का भारतीयों को फायदा
बड़ी संख्या में भारतीय पढ़ाई और काम करने के लिए कनाडा जाते हैं। ऐसे में वर्क परमिट में छूट का बड़ा फायदा भारतीयों को मिलेगा। एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्क परमिट नियमों में बदलाव कनाडा सरकार की एक अस्थायी सार्वजनिक नीति है, जो कनाडा में रोजगार बदलने के दौरान विदेशी नागरिकों को कुछ खास जरूरतों से छूट देती है। इस बदलाव के बाद विदेशी कामगार रोजगार बदलने के बाद या वर्क परमिट आवेदन लंबित रहने के दौरान भी काम करना जारी रख सकते हैं।
इस नए नियम से मिलेगा लाभ
कनाडा में नए वर्क परमिट नियमों के तहत वैध वर्क परमिट वाले विदेशी कामगारों को नई नौकरी शुरू करने से पहले नया वर्क परमिट लेना जरूरी है, वे वर्क परमिट आवेदन लंबित रहने के दौरान भी नई नौकरी शुरू कर सकते हैं। अब तक, वे विदेशी जो रिटेन स्टेटस में थे और अपने वर्क परमिट आवेदन के लंबित रहने के दौरान काम करने के लिए अधिकृत थे, लेकिन वर्क परमिट समाप्त होने के बाद किसी नए व्यवसाय या नियोक्ता के पास नहीं जा सकते थे, उन्हें इस नए नियम का लाभ मिलेगा।
कनाडा में रहने वाले विदेशी कर्मचारी जिनके पास वैध वर्क परमिट है जो उन्हें किसी विशिष्ट नियोक्ता के लिए काम करने तक सीमित करता है, लेकिन उन्हें किसी अन्य नौकरी में जाने की आवश्यकता है, उन्हें भी लाभ होगा। नया वर्क-परमिट नियम उन लोगों पर भी लागू होगा जिन्हें वर्क-परमिट से छूट प्राप्त है, लेकिन उन्हें किसी नए व्यवसाय या नए नियोक्ता के लिए काम करने के लिए वर्क परमिट की आवश्यकता है।
काम करने वालों को मिलेगी राहत
विदेशी कर्मचारियों के लिए इस नए नियम का लाभ उठाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण शर्त यह है कि उन्हें वर्क परमिट नवीनीकरण आवेदन दाखिल करना होगा। विदेशी कर्मचारी नए नियमों के तहत काम करना शुरू कर सकते हैं, भले ही एक नया वर्क परमिट आवेदन जमा किया गया हो, जिसके लिए अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।