जालंधर के पादरी बजिंदर को सजा दिलाने वाली महिला और उसके पति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। हिमाचल पुलिस ने दोनों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म, अपहरण और मारपीट का मामला दर्ज किया गया है।वही दूसरी तरफ इस मामले को लेकर दोनों कपल का कहना है कि यह झूठा केस है।
कपल बोले यह झूठा केस
महिला के पति रोकी ने कहा कि उन्हें झूठा फंसाया जा रहा है। जिस दिन मामला दर्ज हुआ, उस दिन वह मंडी में नहीं था। उसने कहा कि यह सारी शरारत पादरी बजिंदर की है। वह हमसे बदला लेना चाहता है, क्योंकि हमने उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। पीड़ित दंपत्ति ने न्याय के लिए हिमाचल के डीजीपी और हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को भी पत्र लिखा है। पीड़ित ने कहा कि इस मामले की गहनता से जांच होनी चाहिए, क्योंकि हमारे खिलाफ झूठी कार्रवाई की गई है।
विदेश सेटल करने के बहाने किया रेप
बता दे कि पास्टर बजिंदर सिंह को कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाई है। पीड़िता ने साल 2018 में आरोप लगाया था कि विदेश में सेटल करने के बहाने वह उसे अपने घर ले गया। इस दौरान उसने रेप किया और वीडियो बनाई। इसके साथ ही उसने धमकी भी दी कि अगर वह इसके बारे में किसी को बताएगी तो वह इसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर देगा।
पुलिस ने दिल्ली एयरपोर्ट से किया था अरेस्ट
रेप के मामले में पुलिस ने साल 2018 में पास्टर बजिंदर सिंह को दिल्ली एयरपोर्ट अरेस्ट किया था। पर बाद में बजिंदर सिंह जमानत पर जेल से बाहर आ गया। इसी साल मार्च महीने में कोर्ट ने बजिंदर और 5 अन्य आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए थे।
बाकी आरोपी बरी, पास्टर दोषी करार
28 मार्च को रेप केस में हुई सुनवाई में बजिंदर सिंह को मोहाली कोर्ट ने दोषी करार दे दिया। हालांकि इस मामले में अन्य 5 आरोपियों को कोर्ट ने बरी कर दिया। जिसमें पादरी जतिंदर कुमार और अकबर भट्टी, राजेश चौधरी, सितार अली व संदीप पहलवान हैं।
5 करोड़ रुपए की दी थी ऑफर
वहीं पीड़ित महिला के पति का कहना है कि पास्टर बजिंदर सिंह ने उन पर केस वापिस लेने का दबाव बनाया था। उन्होंने क्रॉस केस दर्ज करवाया और डराने की भी कोशिश की। जब बात नहीं बनी तो उन्होंने 5 करोड़ रुपए का ऑफर भी दिया, जिसे हमने ठुकरा दिया।
मारपीट के भी लगे हैं आरोप
दरअसल बीते दिनों भी पास्टर बजिंदर सिंह की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी। वायरल हो रही सीसीटीवी फुटेज 6 मिनट 17 सेकेंड की है। जिसमें पादरी अपने ऑफिस में बैठे हुए हैं और गुस्से में सामने बैठे युवक पर कुछ फेंकते हैं। फिर अपनी कुर्सी से उठकर सामने बैठे युवक को थप्पड़ जड़ देते हैं। इस दौरान पादरी गुस्से में आकर महिला पर कुछ फेंकते हैं और उसे कुर्सी उठाकर सामने आ जाता है। जिसके बाद पादरी महिला को थप्पड़ मार देता है। ये वीडियो इसी साल के 14 फरवरी दोपहर करीब 2 बजकर 20 मिनट की बताई जा रही है।
बदनाम करने की कोशिश -चर्चकर्मी
वहीं वायरल वीडियो को लेकर चर्चकर्मी भी सामने आए थे। महिला का कहना है कि पास्टर ने किसी को नहीं मारा। पास्टर को बदनाम करने के लिए यह सब किया जा रहा है। उनके खिलाफ प्रोपगैंडा किया जा रहा है। वीडियो पूरी तरह से फेक है और किसी को मारा नहीं गया है। कुछ लोग जानबूझ कर ऐसा कर रहे हैं।