खबरिस्तान नेटवर्क : पाकिस्तान में हाल ही में आए लगातार भूकंपों ने जहां धरती को हिलाया, वहीं सोशल मीडिया पर भी सवालों की लहर दौड़ गई है। पिछले कुछ दिनों में पाकिस्तान में 3 से 4 बार भूकंप महसूस किए गए, लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि ये झटके प्राकृतिक नहीं, बल्कि किसी गुप्त परमाणु परीक्षण की ओर इशारा कर सकते हैं। कई यूजर्स ने इसे "हाई इंटेंसिटी एक्टिविटी" कहा, जिसका असर इस्लामाबाद तक महसूस हुआ।
क्या पाकिस्तान कर रहा है गुप्त परमाणु परीक्षण?
1998 में चगाई हिल्स में हुए परमाणु परीक्षण का हवाला देते हुए कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि ऐसे परीक्षण ज़मीन के नीचे होते हैं और ये भूकंप जैसी तरंगें उत्पन्न करते हैं। इन्हीं संकेतों के आधार पर संदेह जताया जा रहा है।
NCS ने किया इनकार
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के निदेशक ओ. पी. मिश्रा ने इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि हालिया झटकों की प्रकृति पूरी तरह से प्राकृतिक रही है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, परमाणु धमाके और प्राकृतिक भूकंप के शॉकवेव्स में तकनीकी अंतर होता है। परमाणु विस्फोट की स्थिति में चमक, तेज ध्वनि, और घातक शॉकवेव होती है जो मानव शरीर और इमारतों पर भारी असर डालती है — जबकि हाल के झटकों में ऐसा कुछ भी नहीं देखा गया।