web khabristan hindi news portal
 
  • icon पढ़िए
  • iconदेखिए
  • iconਖbristan
  • Khabristan
×
  • देश
  • पंजाब
  • धर्मायनमः
  • दुनिया
  • बॉली-पॉली
  • खेल
  • चुनाव
  • शिक्षा
  • पब्लिक-इंटरस्ट
  • तंदरुस्तायेनमः
  • कहिये
☰
  • देश
  • पंजाब
  • धर्मायनमः
  • दुनिया
  • बॉली-पॉली
  • खेल
  • चुनाव
  • शिक्षा
  • पब्लिक-इंटरस्ट
  • तंदरुस्तायेनमः
  • कहिये
  • देश
  • पंजाब
  • धर्मायनमः
  • दुनिया
  • बॉली-पॉली
  • खेल
  • चुनाव
  • शिक्षा
  • पब्लिक-इंटरस्ट
  • तंदरुस्तायेनमः
  • कहिये

Hanuman Ji Flying Speed : हनुमान जी के उड़ने की गति 11 किमी प्रति सेकंड, महज दो घंटों में पांच हजार किमी की यात्रा, पृथ्वी से सूर्य तक की यात्रा भी


Hanuman Ji Flying Speed : हनुमान जी के उड़ने की गति 11 किमी प्रति
4/16/2024 3:42:20 PM         Raj        Hanuman Ji Flying Speed, Hanuman ji, Lord Hanuman,Hanuman Flying Speed,Astro Special,Spirituality, Hanuman ji,Lord Hanuman,Hanuman Flying Speed,Hanuman ji katha, hanuman speed of flying, Hanuman Sudarshan Chakra, Hanuman went to bring Sanjeevan Booti, Lord Hanuman flying speedper second, lord hanuman mystery,lord hanuman flying speed, lord hanuman flying speed mystery,lord hanuman speed, Pawan Putra Hanuman, hanuman ji ke udne ki speed kitni thi, Sankatmochan Hanuman, Hanuman Puja Vidhi, Hanuman Mantra, Hanuman Ji Upay,              

Hanuman jis flying speed is 11 kilometers per second : भले ही आज वैज्ञानिकों द्वारा शोध करके पृथ्वी से सूर्य की दूरी और ग्रहों की गति आदि के बारे में पता लगाया जा चुका है, लेकिन क्या आपको पता है कि हनुमान चालीसा में वैज्ञानिकों के पता लगाने से पहले ही पृथ्वी से सूर्य की दूरी के बारे में जानकारी दी जा चुकी है। वर्तमान में विज्ञान की मदद से कई रहस्यों पर से पर्दा उठाया जा चुका है। लेकिन श्री रामचरितमानस में विज्ञान से पहले ही कई रहस्यों के बारे में जानकारी दी जा चुकी है। ऐसा माना जाता है कि पवन पुत्र हनुमान हवा में भी उड़ सकते थे। ऐसा इसलिए, क्योंकि उनमें वानर गुण विद्यमान थे। यही नहीं बजरंगबली लंबी-लंबी छलांगें भी लगा सकते थे, लेकिन जो महत्वपूर्ण प्रश्न सामने आता है वो ये कि जब महाबली हनुमान हवा में छलांग लगाते थे तब उनकी गति कितनी होती थी? दरअसल, हनुमान जी के उड़ने की गति का अंदाजा लगाया गया है। 

लक्ष्मण मूर्छा के बाद लंका से लाए सुषेण वैद्य 

इसका पता इस बात से चलता है कि लक्ष्मण जी और मेघनाद के बीच युद्ध हुआ था, जिसमें मेघनाद द्वारा लक्ष्मण जी को बाण लगने के कारण वो मूर्छित हो गए थे। जिसके बाद विभीषण के कहने पर हनुमान जी लंका से सुषेण वैद्य को लेकर आए। इसके बाद सुषेण वैद्य ने लक्ष्मण जी की जान बचाने के लिए सूर्योदय से पहले, हिमालय के पास द्रोणागिरी पर्वत से चार तरह के औषधियों को लाने के लिए कहा। 

औषधि लाने के लिए केवल 2 घंटे का ही समय

हनुमान जी इन औषधियों को लेने के लिए निकल गए और ढाई हजार किलोमीटर दूर स्थित हिमालय के द्रोणगिरि पर्वत से औषधि लेकर आए। ऐसा अनुमान लगाया जाता है कि हनुमान जी ने करीब आधे घंटे औषधि ढूंढने में लगा दिया होगा। जिसके बाद लगभग आधे घंटे का समय कालनेमि नामक राक्षस ने हनुमान जी को भ्रमित करने में लगाया होगा। इन सब का मतलब है कि महाबली हनुमान को द्रोणगिरि पर्वत से औषधि लाने के लिए केवल 2 घंटे का ही समय मिला था।

मात्र दो घंटों में पांच हजार किलोमीटर की यात्रा 

मात्र इन्हीं दो घंटों में हनुमान जी द्रोणगिरी पर्वत हिमालय पर जाकर वापस पांच हजार किलोमीटर की यात्रा करके वापस आये थे। इससे ये अनुमान लगाया जा सकता है कि हनुमान जी के हवा में उड़ने की गति ढाई हजार किलोमीटर प्रति घंटा रही होगी। जबकि वहीं आज के समय में भारतीय वायु सेना का लड़ाकू विमान मिराज 24 सौ किमी प्रति घंटा की गति से उड़ता है। हनुमान जी कई रुकावटों को पार करते हुए सूर्योदय होने से पहले औषधि लेकर वापस आ गए थे।

हनुमान चालीसा के दोहे में दी गई है जानकारी

बता दें कि हनुमान चालीसा में हनुमान जी के उड़ने की गति की जानकारी दी गई है। हनुमान चालीसा में दिए गए दोहे की इस पंक्ति 'जुग सहस्त्र जोजन पर भानु, लील्यो ताहि मधुर फल जानू' में हनुमान जा के उड़ने की गति के बारे में बताया गया है। इस दोहे का अर्थ है कि हनुमान जी ने एक युग सहस्त्र योजन की दूरी पर स्थित भानु यानी कि सूर्य को मीठा फल समझकर खा लिया था। इस प्रकार से देखा जाए तो…

एक युग : 12000 वर्ष

एक सहस्त्र : 1000

एक योजन : 8 मील

युग x सहस्त्र x योजन  :  पर भानु

12000 x 1000 x 8 मील  :  96000000 मील

एक मील  :  1.6 किमी

14.96 करोड़ किलोमीटर.

हनुमान जी उड़ने की प्रति सेकंड गति

बता दें कि वैज्ञानिकों ने बहुत पहले ही इस बात का पता लगाया है कि किसी भी चीज को पृथ्वी से किसी दूसरे ग्रह (केवल चंद्रमा को छोड़कर) तक जाने के लिए, पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण (gravitational force) से मुक्त होना होता है और इसके लिए पलायन वेग (escape velocity) का होना आवश्यक है। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर गति नहीं होगी तो वह चीज पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण में बनी रहेगी और पृथ्वी के ही चक्कर लगाती रहेगी। 

पृथ्वी से सूर्य तक की यात्रा भी की थी

ऐसे में अंतरिक्ष विज्ञान के मुताबिक, पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से बाहर निकलने के लिए किसी भी चीज को करीब 11 किलोमीटर मीटर प्रति सेकेंड की गति से उड़ना जरूरी है। वहीं हनुमान चालीसा के इस दोहे में दी गई जानकारी के अनुसार, हनुमान जी ने पृथ्वी से सूर्य तक की यात्रा की थी। ऐसे में माना जा सकता है कि उनके उड़ने या छलांग लगाने की तेज गति 11 किलोमीटर प्रति सेकंड से अधिक रही होगी।

'Hanuman Ji Flying Speed','Hanuman ji','Lord Hanuman','Hanuman Flying Speed','Astro Special','Spirituality','Hanuman ji','Lord Hanuman','Hanuman Flying Speed','Hanuman ji katha','hanuman speed of flying','Hanuman Sudarshan Chakra','Hanuman went to bring Sanjeevan Booti','Lord Hanuman flying speedper second','lord hanuman mystery','lord hanuman flying speed','lord hanuman flying speed mystery','lord hanuman speed','Pawan Putra Hanuman','hanuman ji ke udne ki speed kitni thi','Sankatmochan Hanuman','Hanuman Puja Vidhi','Hanuman Mantra','Hanuman Ji Upay',''
khabristan whatsapp

Please Comment Here

Similar Post You May Like

  • डीके के अलावा 8 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली; पवार समेत 9 विपक्षी दलों के नेता मौजूद रहे

    डीके के अलावा 8 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली; पवार समेत 9 विपक्षी दलों के नेता मौजूद रहे डीके के अलावा 8 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली; पवार समेत 9 विपक्षी दलों के नेता मौजूद रहे

  • G7-मीटिंग में मोदी से गले मिले बाइडेन:

    G7-मीटिंग में मोदी से गले मिले बाइडेन: वर्ल्ड लीडर्स के बीच मोदी से मिलने उनकी सीट तक आए; 6 महीने बाद हुई मुलाकात

  • हिरोशिमा पहुंचे मोदी, यहीं गिरा था पहला परमाणु बम:

    हिरोशिमा पहुंचे मोदी, यहीं गिरा था पहला परमाणु बम: 70 हजार लाशों के बीच महज 72 घंटे में शहर के उठने की कहानी

  • 2000 का नोट बंद होने की खबर...गुजरात में सोना महंगा:

    2000 का नोट बंद होने की खबर...गुजरात में सोना महंगा: 10 ग्राम के व्यापारी वसूल रहे ₹70 हजार, चांदी ₹80 हजार किलो

  • मसाले बेचकर 300 गुना मुनाफा कमाया:

    मसाले बेचकर 300 गुना मुनाफा कमाया: 10 महीने,12 हजार मील का सफर; भारत में वास्को डी गामा का क्यों बना मजाक

  • चंडीगढ़ में 300 किलो की तोप चोरी:

    चंडीगढ़ में 300 किलो की तोप चोरी: सेक्टर-1 में PAP बटालियन की GO मैस के गेट पर रखी थी, ये एरिया CCTV से कवर नहीं

  • सिद्धारमैया कर्नाटक CM, डीके डिप्टी बने:

    सिद्धारमैया कर्नाटक CM, डीके डिप्टी बने: खड़गे के बेटे समेत 8 मंत्रियों ने शपथ ली; कांग्रेस के 5 वादे पहली कैबिनेट मीटिंग में मंजूर

  • चेन्नई ने दिल्ली को दिया 224 रन का टारगेट:

    चेन्नई ने दिल्ली को दिया 224 रन का टारगेट: वॉर्नर की 61वीं फिफ्टी, धुल भी पवेलियन लौटे; दिल्ली 84/4

  • आकाश चोपड़ा बोले- मुंबई-चेन्नई प्लेऑफ की 'सुपरजायंट्स':

    आकाश चोपड़ा बोले- मुंबई-चेन्नई प्लेऑफ की 'सुपरजायंट्स': टॉप-4 से फाइनल तक पहुंचना जानते हैं दोनों; गुजरात को फिर भी फाइनल में देखना चाहूंगा

  • IPL का गणित, जीतकर भी दूसरों के भरोसे राजस्थान:

    IPL का गणित, जीतकर भी दूसरों के भरोसे राजस्थान: आज क्वालिफाई हो सकती हैं चेन्नई और लखनऊ; कोलकाता के लिए करो या मरो मैच

Recent Post

  • पाकिस्तान प्रधानमंत्री शरीफ का आया बयान,

    पाकिस्तान प्रधानमंत्री शरीफ का आया बयान, भारत को भुगतना होगा खामियाजा

  • जालंधर में Blackout नहीं,

    जालंधर में Blackout नहीं, एहतियात के तौर पर लाइटें बंद की गईं - DC हिमांशु अग्रवाल

  • पाकिस्तान ने महज 4 घंटे के अंदर तोड़ा सीजफायर,

    पाकिस्तान ने महज 4 घंटे के अंदर तोड़ा सीजफायर, जम्मू-कश्मीर में हैवी फायरिंग

  • पाकिस्तान ने सीजफायर तोड़ा,

    पाकिस्तान ने सीजफायर तोड़ा, पंजाब के कई जिलों में फिर हुआ ब्लैकआउट

  • भारत-पाकिस्तान युद्धविराम के लिए तैयार

    भारत-पाकिस्तान युद्धविराम के लिए तैयार दोनों देशों में सीजफायर लागू

  • जालंधर में हटी सभी तरह की पाबंदियां,

    जालंधर में हटी सभी तरह की पाबंदियां, नहीं होगा ब्लैकआउट, मार्किट भी खुली रहेंगी

  • जालंधर के इश्वरवाल गांव में मिला बम,

    जालंधर के इश्वरवाल गांव में मिला बम, पुलिस ने किया डिफ्यूज

  • जानिए क्या होता है सीजफायर,

    जानिए क्या होता है सीजफायर, जिस पर भारत-पाकिस्तान के बीच बनी सहमति

  • हिमाचल प्रदेश में  चिंतपूर्णी मंदिर के पास मिला मिसाइल का हिस्सा,

    हिमाचल प्रदेश में चिंतपूर्णी मंदिर के पास मिला मिसाइल का हिस्सा, जांच में जूटी पुलिस

  • अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा बयान,

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा बयान, भारत-पाकिस्तान युद्धविराम के लिए तैयार

Popular Links

  • हमारे बारे में
  • टर्म्स ऑफ यूज़
  • प्राइवेसी पॉलिसी
  • हमसे संपर्क करें
  • हमसे जुड़ें

ऐप डाउनलोड करें

हमसे संपर्क करें

Copyright © 2025

Developed BY OJSS IT CONSULTANCY