ख़बरिस्तान नेटवर्क : जालंधर सेंट्रल के विधायक, राजू मदान और इंस्पेक्टर हरप्रीत कौर को कोर्ट से राहत नहीं मिली है। सेशन कोर्ट ने तीनों की जमानत याचिका को खारिज कर दिया है। जिसके बाद अब तीनों को जमानत के लिए हाईकोर्ट का रुख करना होगा।
इससे पहले एक जानकारी सामने आई थी कि रमन अरोड़ा को जमानत मिल गई है। जिसका स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा वायरल हो रहा है।
भ्रष्टाचार के लगे हैं आरोप
रमन अरोड़ा को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ 70 से अधिक शिकायतें विजिलेंस विभाग के पास पहुंच चुकी हैं। इनमें से बड़ी संख्या में शिकायतें ऐसी हैं, जिनमें विधायक पर पैसों की जबरन वसूली, सत्ता का दुरुपयोग और पीड़ितों को धमकाने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
नाभा जेल में हैं बंद
रमन अरोड़ा पिछले एक महीने से पटियाला की नाभा जेल में बंद है। बीते दिनों रमन अरोड़ा ने बीमार होने के कारण ईलाज की अर्जी लगाई थी। जिसे मंजूर कर लिया गया था और उन्हें ईलाज के लिए पटियाला के अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
कपड़े का है कारोबार
रमन अरोड़ा व्यवसाय से वे कपड़े के व्यापारी हैं और जालंधर के पीर बोदलां बाजार में उनका व्यापार है। राजनीति में आने से पहले, उन्होंने COVID-19 महामारी के दौरान सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई, जिससे उन्हें कांग्रेस सरकार के दौरान खत्री-अरोड़ा पंजाब बोर्ड का उपाध्यक्ष नियुक्त किया था।
2021 में आए थे सियासत में
रमन अरोड़ा का राजनीतिक सफर दिसंबर 2021 में शुरू हुआ जब उन्होंने अरविंद केजरीवाल से एक जागरण कार्यक्रम में मुलाकात की। इस मुलाकात से प्रेरित होकर उन्होंने आम आदमी पार्टी से जुड़ने का निर्णय लिया और 2022 के विधानसभा चुनाव में पहली बार उम्मीदवार बने। विधायक बनने के बाद रमन अरोड़ा की कार्यप्रणाली पर कई सवाल उठते रहे हैं। पंजाब सरकार का करप्शन के खिलाफ बड़ा एक्शन है।