खबरिस्तान नेटवर्क : पंजाब समेत पाकिस्तान के लगते सभी राज्यों में हाई अलर्ट है। रात को ब्लैकआउट चल रहा है। ब्लैकआउट को अभी भी कुछ लोग हलके में ले रहे हैं। आपकी की एक गलती कई जानें ले सकती है। ब्लैकआउट इसीलिए किया जाता है ताकि किसी भी तरह के ड्रोन या हवाई हमले से बचा जा सके।
ब्लैकआउट के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
घर के अंदरूनी कमरे (no window rooms) या बंकरों में रहें। छत या खुली जगह पर बिल्कुल न जाएं।
अपने मोबाइल, वाईफाई, या कोई भी GPS आधारित डिवाइस बंद रखें, ताकि ड्रोन उन सिग्नल्स से आपकी लोकेशन ट्रैक न कर सके।
ध्वनि और गतिविधि सीमित करें। ड्रोन नाइट विज़न और ध्वनि सेंसर से आपको पहचान सकते हैं।

तेज़ आवाज़ और भीड़ से बचें। एक जगह पर स्थिर रहें और समूह में न रहें।
मोबाइल फ्लैश न चलाएं, किसी तरह की टॉर्च न जलाएं, गाड़ी की हेडलाइटल न इस्तेमाल करें, घर की खिड़की से रोशनी बाहर न जाने दें। इनसे ड्रोन को टारगेटिंग में मदद मिलती है।
ड्रोन की आवाज़ आमतौर पर झंकार या "भिनभिनाहट" जैसी होती है।अगर रात के सन्नाटे में ऐसी आवाज़ सुनें तो छिप जाएं या अलर्ट हो जाएं।
ब्लैकआउट का उद्देश्य यही होता है कि दुश्मन को ज़मीन पर जीवन के संकेत न मिलें। इसलिए हर संभव रोशनी, आवाज़ और गतिविधि को न्यूनतम करके ही दुश्मन के इरादों का नाकाम किया जा सकता है।