ख़बरिस्तान नेटवर्क : जालंधर के श्री राम न्यूरो सेंटर अस्पताल के बाउंसर्स पर नर्सिंग स्टाफ के साथ मारपीट के आरोप लगे हैं। जिस कारण पीड़ित कर्मी के परिजनों ने अस्पताल पहुंचकर जमकर हंगामा किया। पीड़ित परिवार के परिजनों का कहना है कि अस्पताल वालों ने हमारे बेटे को मारा और पुलिस इस पर कार्रवाई नहीं कर रही है।
पीड़ित की मां ने डॉक्टर और बाउंसर्स पर लगाए आरोप
पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि उनका बेटा पिछले डेढ़ साल से अस्पताल में काम कर रहा है। बीते दिन अस्पताल वालों ने उसे जन्मदिन का केक काटने के बहाने बुलाया। डॉक्टर दीपांशु और बाउंसर्स ने उसे मिलकर पीट। मारपीट करने के बाद रात 10 बजे उसे छोड़ा और काम से निकाल दिया।
परिवार ने आगे कहा कि उनके बेटा अपनी मर्जी से मरीज को किसी दूसरे निजी अस्पताल में छोड़कर नहीं आया है। बल्कि मरीज की फैमिली ने ही उसे किसी निजी अस्पताल में छोड़ने के लिए कहा था, जहां से वह अपना ईलाज करवा सकें। परिवार ने आरोप लगाए हैकि
अस्पताल ने मारपीट के आरोपों को नकारा
वहीं अस्पताल ने पीड़ित परिवार की तरफ से लगाए गए आरोपों को नकारा है। अस्पताल के डॉक्टर मनदीप सिंह ने कहा कि दरअसल बीते दिन मरीज की हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने परिवार को डीएमसी अस्पताल लुधियाना में रैफर कर दिया। जिसके बाद मरीज को इन्होंने जालंधर के निजी अस्पताल में ले गए।
जब हमें इसका पता चला तो हमने उसे फिर अस्पताल बुलाया। उससे पूछताछ की तो उसने इस बात से इंकार कर दिया और बदतमीजी करने लग गया। जब बाउंसर्स ने उसके साथ सख्ती से पूछताछ की तो उसने माना की कमिशन लेकर उसने दूसरे अस्पताल में छोड़ा है। फिर हमें पता चला कि यह उनके अस्पताल में नहीं बल्कि कई अस्पतालों ने यह नेक्सेस चल रहा है। अस्पताल के मैनेजमैंट ने इनके खिलाफ सुबह पुलिस में शिकायत देने की सोची। पर इसने चालाकी करते हुए रात को खुद को ही नुकसान पहुंचाया और हमारे खिलाफ शिकायत कर दी।