खबरिस्तान नेटवर्क: भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनावपूर्ण माहौल में डेरा ब्यास की ओर से एक बड़ी घोषणा की गई है। डेरा की ओर से यह कहा गया है कि पंजाब के सभी सत्संग घरों को जंग के दौरान प्रभावित होने वाले लोगों के लिए खोल दिया गया है। आपातकाल स्थिति में लोग सत्संग घर में आकर रह सकते हैं। आपको बता दें कि कोरोना काल में भी डेरा की ओर से लोगों की मदद की गई थी।
11 मई को होने वाला सत्संग भी किया रद्द
डेरा ब्यास में 11 मई रविवार को होने वाला सत्संग कार्यक्रम भी रद्द कर दिया है। इस संबंध में डेरा ब्यास के सचिव के द्वारा पत्र भी जारी करके सभी संगत को सूचित करने की हिदायत दी है। पत्र में यह कहा भी गया है कि भारत-पाक के बीच बनी तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए और सुरक्षा प्रबंधो को मद्देनजर रखते हुए 9 मई से लेकर 11 मई तक डेरा ब्यास में होने वाले सत्संग को कैंसिल कर दिया गया है। इस संबंध में संगत और बाबा जी के बीच होने वाले सवाल जवाब और खुली कार में होने वाले दर्शन कार्यक्रम भी कैंसिल कर दिए गए हैं। आगामी सत्संग संबंधी संगत को भी सूचित कर दिया जाएगा।
जम्मू-कश्मीर राजस्थान और पंजाब के खोले गए द्वार
डेरा ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों के निर्देशों पर युद्ध प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के लिए जम्मू-कश्मीर के अलावा राजस्थान और पंजाब के सभी सत्संग घरों के दरवाजे खोल दिए गए हैं। आपात स्थिति में लोग सत्संग घरों में आकर रह सकते हैं। वहां पर उन्हें रहने और खाने-पीने की सुविधा भी मिलेगी। इसकी शुरुआत जम्मू के राधा स्वामी सत्संग घर से शुरु हो गई है। शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री अमर अबदुल्ला और कैबिनेट मंत्री सतीश शर्मा ने भी सत्संग घर का दौरा किया और शरणार्थियों से भी मुलाकात की है। उल्लेखनीय है कि कोरोना काल के दौरान भी डेरा ब्यास ने स्थित सत्संग घरों के गेट खोलकर रोजाना लाखों लोगों को मुफ्त लंगर भी दिया गया था।