ख़बरिस्तान नेटवर्क : हरियाणा के सीनियर आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार के चौंकाने वाले सुसाइड मामले को 7 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक उनके शव का पोस्टमॉर्टम नहीं हो पाया है, जिससे तनाव चरम पर है। इस बीच सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए डीजीपी शत्रुजीत कपूर को लंबी छुट्टी पर भेज दिया है। वहीं ओपी सिंह को हरियाणा का नया डीजीपी बनाया गया है।
IAS पत्नी को चंडीगढ़ को नोटिस
जांच को आगे बढ़ाते हुए चंडीगढ़ पुलिस ने दिवंगत आईपीएस की पत्नी आईएएस अमनीत पी. कुमार को नोटिस जारी कर उनका लैपटॉप मांगा है। पुलिस का मानना है कि यह लैपटॉप मामले की जांच में अहम सबूत साबित हो सकता है। पुलिस खास तौर पर सुसाइड नोट की प्रामाणिकता और ईमेल की डिटेल्स खंगालना चाहती है।
गिरफ्तारी नहीं, तो पोस्टमॉर्टम नहीं!
दूसरी ओर दिवंगत आईपीएस अफसर की आईएएस पत्नी अमनीत पी. कुमार अपनी मांगों पर अड़ी हुई हैं। उनकी मुख्य मांग है कि डीजीपी शत्रुजीत कपूर को उनके पद से हटाया जाए और रोहतक के पूर्व एसपी नरेंद्र बिजारणिया समेत सुसाइड नोट में नामजद अन्य आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। सरकार ने पहले ही बिजारणिया को पद से हटा दिया था और उन्हें कोई नई पोस्टिंग नहीं दी गई है।
महापंचायत का 48 घंटे का अल्टीमेटम खत्म
यह हाई-प्रोफाइल मामला अब एक बड़े सामाजिक और राजनीतिक टकराव का रूप ले चुका है। परिवार और अनुसूचित समाज द्वारा बनाई गई 31 सदस्यीय कमेटी की ओर से दी गई 48 घंटे की ‘कार्रवाई’ का अल्टीमेटम भी आज समाप्त हो रहा है। कमेटी ने चेतावनी दी है कि अगर आरोपियों पर तत्काल कार्रवाई नहीं होती है, तो राज्य में उग्र प्रदर्शन शुरू किए जाएंगे।