राजस्थान की सीआईडी इंटेलिजेंस ने 10 अक्टूबर को अलवर से 42 साल के मंगत सिंह को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, मंगत ने महज 16 हजार रुपए में भारतीय सेना की संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान को भेजी। आरोपी करीब तीन महीने से पुलिसकर्मी सुरजन सिंह यादव के मकान में किराए पर रह रहा था।
पाकिस्तानी युवती ने अश्लील वीडियो बनाकर फंसाया
जांच में सामने आया कि मंगत की जासूसी की शुरुआत सोशल मीडिया के जरिए हुई। करीब छह महीने पहले उसे एक पाकिस्तानी लड़की की फेसबुक आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली। मंगत ने रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली और दोनों के बीच बातचीत वीडियो कॉल तक पहुंच गई। लड़की ने मंगत को अश्लील वीडियो कॉल पर फंसाया और वीडियो रिकॉर्ड कर उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।
आर्मी एरिया की जानकारी मांगी
इसके बाद मंगत को कहा गया कि उसे कोई पैसा नहीं देना, बस अलवर के किसी आर्मी एरिया की जानकारी उपलब्ध करानी होगी। अप्रैल में मंगत ने पाकिस्तानी हैंडलर्स को इटाराणा कैंट एरिया की फोटोज भेजी और इसके बदले उसे 8 हजार रुपए मिले। पहलगाम हमले के बाद, पाकिस्तानी हैंडलर्स ने मंगत से सेना के वाहनों की मूवमेंट और लोकेशन की जानकारी मांगी। इसके बदले उसे 5 हजार और 3 हजार रुपए दिए गए।
मंगत ने जासूसी के लिए इटाराणा आर्मी एरिया से ढाई किलोमीटर दूर एक पुलिसकर्मी का मकान किराए पर लिया, ताकि वहां से आसानी से गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। राजस्थान सीआईडी ने जून महीने से मंगत की गतिविधियों पर निगरानी रखी और उसकी हरकतों पर शक जताया।मंगत को 10 अक्टूबर को जयपुर कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है।