ख़बरिस्तान नेटवर्क : बांग्लादेश की राजधानी ढाका एक बार फिर एक भयावह अग्निकांड का गवाह बनी है। ढाका के मीरपुर इलाके में स्थित एक चार मंजिला गारमेंट फैक्ट्री में मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे भीषण आग लग गई।
फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद तीन घंटे में आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक यह हादसा 16 लोगों की जान ले चुका था। मलबे और फैक्ट्री के अंदर तलाशी अभियान पूरा होने के बाद मरने वालों की संख्या में और वृद्धि हो सकती है।
केमिकल गोदाम बना मौत का चैंबर
आग लगने की सही वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन इस फैक्ट्री के पास ही एक केमिकल गोदाम में भी आग लग गई थी।
मौजूद लोगों के मुताबिक गोदाम में ब्लीचिंग पाउडर, प्लास्टिक और हाइड्रोजन पेरोक्साइड्स जैसे ज्वलनशील पदार्थ रखे थे, जिसने आग को और भड़का दिया।
फायर सर्विस डायरेक्टर मोहम्मद ताजुल इस्लाम चौधरी ने बताया कि प्लास्टिक और अन्य केमिकल्स के जलने से अत्यधिक जहरीली गैस निकली।
शुरुआती जांच में लगता है कि अधिकांश पीड़ित आग की लपटों से नहीं, बल्कि इसी जहरीली गैस के धुएं से दम घुटने के कारण मारे गए।
बांग्लादेश में फैक्ट्री हादसों का खौफनाक इतिहास
2021: एक फूड फैक्ट्री में आग लगने से 52 लोगों की मौत हुई थी।
2019: ढाका के पुराने इलाके में भीषण आग में 78 लोग मारे गए थे, जिनमें एक शादी पार्टी के लोग भी शामिल थे।
2013: गारमेंट फैक्ट्री के ढहने से 1,100 से अधिक लोगों की मौत हुई थी, जो देश के सबसे बड़े इंडस्ट्रियल हादसों में से एक था।