पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच चल रहे सीमा संघर्ष को लेकर कतर की राजधानी दोहा से बड़ी खबर सामने आई है। कतर के विदेश मंत्रालय ने रविवार को घोषणा की कि दोनों देशों ने तत्काल युद्धविराम पर सहमति जताई है।यह समझौता तुर्किये की मध्यस्थता में हुई शांति वार्ता के दौरान हुआ।
कतर के अनुसार, दोनों पक्ष आने वाले दिनों में बैठकें आयोजित करेंगे ताकि युद्धविराम की स्थिरता सुनिश्चित की जा सके और इसके विश्वसनीय एवं टिकाऊ कार्यान्वयन की निगरानी की जा सके।
दोहा में उच्चस्तरीय वार्ता
अफगान अधिकारियों ने बताया कि काबुल की ओर से रक्षा मंत्री मुल्ला मुहम्मद याकूब ने प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया, जबकि पाकिस्तान की ओर से रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने वार्ता का संचालन किया। यह 2021 में तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद दोनों देशों के बीच हुआ सबसे महत्वपूर्ण संवाद माना जा रहा है।
सीमा पार आतंकवाद पर केंद्रित रही चर्चा
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा कि बातचीत का मुख्य उद्देश्य अफगानिस्तान से होने वाले सीमा पार आतंकवाद को समाप्त करना और सीमा पर शांति एवं स्थिरता बहाल करने के उपाय तलाशना था। संघर्ष की शुरुआत तब हुई जब इस्लामाबाद ने काबुल से उन आतंकवादी समूहों पर कार्रवाई की मांग की, जो पाकिस्तान में हमले कर रहे थे।
तालिबान ने पाकिस्तान पर लगाया पलटवार का आरोप
तालिबान ने आतंकवादियों को पनाह देने के आरोपों से इनकार करते हुए पाकिस्तान पर गलत सूचना फैलाने और इस्लामिक स्टेट से जुड़े गुटों का समर्थन करने का आरोप लगाया। पाकिस्तान ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि आतंकवादी समूह लंबे समय से पाकिस्तानी सरकार को गिराने और कठोर इस्लामी शासन लागू करने की कोशिश कर रहे हैं।