ख़बरिस्तान नेटवर्क : सुप्रीम कोर्ट ने आवारा कुत्तों को लेकर बड़ा फैसला सुनाया है। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि स्कूल-कॉलेज और अस्पतालों में बाड़ लगाई जाए, ताकि आवारा कुत्ते वहां न पहुंच सकें। जालंधर मॉडल टाउन शॉपकीपर वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान राजीव दुग्गल ने इस फैसले का स्वागत किया है।
सुप्रीम कोर्ट का तारीफ योग्य फैसला
राजीव दुग्गल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की तरफ से जो फैसला लिया गया है वह बहुत अच्छा है। क्योंकि एक डॉग लवर और पशु प्रेमी होने के नाते मैं खुद कभी आवारा कुत्तों या जानवरों को देखता हूं तो उसके बारे में एनजीओ को बताता हूं। ताकि उनकी मदद की जा सके।
आवारा कुत्तों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने नोडल अधिकारियों को भी नियुक्त किया है। उन्हें इसलिए नियुक्त किया है ताकि वह आवारा कुत्तों की नसबंदी कर सकें और उन्हें बाद में शेल्टर होम में भेज सकें।
आवारा जानवरों के कारण हो चुकी हैं कई मौतें
उन्होंने आगे बताया कि आवारा कुत्तों के कारण कई लोगों की मौतें हो चुकी है। हमारे गायक राजवीर जवंदा की भी मौत आवारा जानवर के सामने आने के कारण ही हुई थी। जो बेहद दुखदायी घटना थी। इसलिए सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला काफी तारीफ करने योग्य है। प्रशासन को जल्द से जल्द आदेशों को लागू करवाना चाहिए।