ख़बरिस्तान नेटवर्क : जालंधर के मॉडल हाउस इलाके में उस समय स्थिति तनावपूर्ण हो गई जब थाना 5 के एसएचओ यादविंदर सिंह पर एक पत्रकार और उनके एनआरआई भाई के साथ बदसलूकी करने के गंभीर आरोप लगे। पत्रकार वारिस मलिक के अनुसार, यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब मॉडल हाउस क्षेत्र में उनकी कार और एसएचओ की निजी गाड़ी के बीच टक्कर होते-होते बची।
SHO ने पत्रकार के साथ की बदसलूकी
आरोप है कि इसके बाद एसएचओ ने गाली-गलौज की और आगे जाकर पत्रकार की कार को अपनी गाड़ी से घेर लिया। एसएचओ ने पत्रकार का कॉलर पकड़कर और उनके भाई के साथ दुर्व्यवहार किया गया।
पत्रकार एसोसिएशनों ने किया थाने का घेराव
इस घटना की सूचना मिलते ही शहर के पत्रकारों में भारी रोष फैल गया और देखते ही देखते बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी थाने के बाहर एकत्र हो गए। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व मीडिया क्लब के प्रधान गगन वालिया, प्रिंट एंड इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एसोसिएशन के प्रधान सुरिंदर पाल और पंजाब प्रेस क्लब के प्रधान जसप्रीत सिंह सैनी ने किया।
धरने में वरिष्ठ पत्रकार रंगपुरी, सतपाल, रमेश नैयर, नरेश भारद्वाज, विशाल मट्टू, राजीव धामी, हेमंत धीर और कपिल ग्रोवर सहित 100 से अधिक पत्रकार शामिल हुए। सभी ने एकजुट होकर दोषी SHO के खिलाफ तत्काल विभागीय कार्रवाई की मांग की।
पुलिस कमिश्नर के आदेश पर SHO लाइन हाजिर
थाने के बाहर बढ़ते हंगामे और पत्रकारों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। एडीसीपी ने स्थिति का जायजा लिया और पूरे मामले की जानकारी पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर को दी। पत्रकारों के कड़े विरोध और मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की।
पुलिस कमिश्नर के आदेश पर SHO यादविंदर सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया। प्रशासनिक आश्वासन के बाद पत्रकारों ने अपना धरना समाप्त किया, हालांकि इस घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।