पंजाब में चाइना डोर पर सरकार द्वारा पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है, लेकिन सीजन शुरू होते ही इसकी अवैध बिक्री फिर से शुरू हो जाती है। हर साल पुलिस कार्रवाई के दावे करती है, बावजूद इसके जमीनी स्तर पर चाइना डोर पर लगाम लगाने में प्रशासन नाकाम नजर आ रहा है। इसी लापरवाही का नतीजा है कि हर साल लोग इस जानलेवा डोर की चपेट में आकर घायल हो रहे हैं और कई मामलों में अपनी जान भी गंवा रहे हैं।
इस साल भी चाइना डोर की वजह से जालंधर में एक नौजवान हादसे का शिकार हो गया। प्रशासन के तमाम दावों और सख्त प्रतिबंधों को ठेंगा दिखाते हुए रैनक बाजार इलाके में काम करने वाला युवक कृष्णा गंभीर रूप से घायल हो गया। कृष्णा रैनक बाजार में एक कपड़े की दुकान पर काम करता है।
पीड़ित कृष्णा ने सिविल अस्पताल में बताया कि वह अपने दुकान मालिक के बुजुर्ग पिता को घर से दुकान की ओर लेकर जा रहा था। जैसे ही वह आदर्श नगर गुरुद्वारा साहिब के पास पहुंचा, तभी हवा में लहराती एक तेजधार चाइना डोर अचानक उसके चेहरे और सिर से टकरा गई। डोर के लगते ही उसका कान कट गया।
सड़क पर बहता खून और अपना कटा हुआ कान देखकर कृष्णा मौके पर ही बेहोश होकर गिर पड़ा। आसपास मौजूद राहगीरों ने तुरंत उसे सिविल अस्पताल पहुंचाया। होश में आने के बाद कृष्णा ने पुलिस और प्रशासन को इस हादसे का जिम्मेदार ठहराया।