अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच शनिवार देर रात भीषण गोलीबारी हुई। अफगान सैनिकों ने सीमा पार कई पाकिस्तानी चौकियों को निशाना बनाया। अफगान तालिबान ने दावा किया कि यह कार्रवाई पाकिस्तान के तीन दिन पहले किए गए हवाई हमलों के जवाब में की गई है।
अफगान मीडिया टोलो न्यूज के अनुसार, इस हमले में 12 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और तालिबान लड़ाकों ने पाकिस्तानी सेना की दो चौकियों पर कब्जा कर लिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुनार और हेलमंद प्रांतों में भी पाकिस्तानी ठिकानों को भारी नुकसान हुआ।
अफगान रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उनका सैन्य अभियान आधी रात को समाप्त हुआ, लेकिन अगर पाकिस्तान ने दोबारा सीमा पार करने की कोशिश की, तो अफगान सेना जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।
दूसरी ओर, पाकिस्तानी के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने जारी बयान में कहा गया है कि अफगानिस्तान को भी भारत की तरह मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा, ताकि वह पाकिस्तान की ओर बुरी नजर से देखने की हिम्मत न कर सके। गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा है कि हालिया हमलों के बाद पाकिस्तान चुप नहीं बैठेगा, ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाएगा। साथ ही पाकिस्तानी सरकारी मीडिया का दावा है कि उनकी सेना ने अफगानिस्तान की 19 सीमा चौकियों पर कब्जा कर लिया है।
6 इलाकों में झड़प, अफगान ड्रोन मार गिराए गए
रेडियो पाकिस्तान के अनुसार, यह झड़प सीमा के छह अलग-अलग इलाकों में हुई। खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने जवाबी फायरिंग में तीन अफगान ड्रोन मार गिराए, जो कथित तौर पर बम लेकर आ रहे थे।
तनाव पर अंतरराष्ट्रीय चिंता
सऊदी अरब, ईरान और कतर ने इस हिंसक झड़प पर चिंता जताते हुए दोनों देशों से संयम बरतने और बातचीत के जरिए समाधान खोजने की अपील की है। कतर के विदेश मंत्रालय ने कहा कि तनाव कम करने के लिए शांति वार्ता जरूरी है, ताकि क्षेत्रीय स्थिरता बनी रहे।
यह संघर्ष तब भड़का जब 9 अक्टूबर को काबुल में TTP (तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान) के ठिकानों पर हवाई हमले हुए थे। तालिबान का आरोप है कि ये हमले पाकिस्तान ने किए थे, जबकि पाकिस्तान ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की, पर तालिबान को चेतावनी दी कि वह अपनी जमीन पर TTP को पनाह न दे।
अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी ने पाकिस्तान को चेताया था—
“पाकिस्तान हमारे साथ खेल खेलना बंद करे। ब्रिटेन और अमेरिका से पूछ लो, वे तुम्हें बता देंगे कि अफगानिस्तान से उलझना ठीक नहीं है।”