राजवीर जवंदा के बाद अब पंजाबी संगीत जगत के प्रसिद्ध गीतकार निम्मा लोहारका (48) का निधन हो गया है। पिछले कुछ समय से उनकी सेहत खराब चल रही थी। उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव लोहारका (अमृतसर) में किया जाएगा। निम्मा लोहारका, जिनका असली नाम निरमल सिंह था, ने अपने जीवन में 500 से अधिक गाने लिखे और 150 से ज्यादा गायकों को पहचान दिलाई। उनके निधन से पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है।
एक गीतकार ने कई सितारों को जन्म दिया
दिलजीत दोसांझ, नछतर गिल, फिरोज़ खान, हरभजन शेरा, लखविंदर वडाली, रविंदर गरेवाल और कुलविंदर ढिल्लों जैसे बड़े कलाकार निम्मा के गीतों से स्टार बने।उनका लिखा गीत “जलों पैंदी आ तरीक किसे जट्ट दी…” आज भी अमर माना जाता है।
संघर्षों से भरा सफर
निम्मा लोहारका का जन्म: 24 मार्च 1977, गांव लोहारका, अमृतसर में हुआ । बचपन से रुचि चौथी कक्षा में लिखना शुरू कर दिया था। उन्हे पहला बड़ा मौका 10वीं क्लास में लिखा गीत “ननकाणे वल्ल जांदे राहियो” सुपरहिट हुआ
पहला रिकॉर्डेड गीत (1995): “चिठ्ठी मैं तैनूं लिखां लाल वे”
ब्रेकथ्रू गीत (2002): नछतर गिल की आवाज में “असीं तेरे नाल लाईयां सी…” ने निम्मा को दुनिया भर में मशहूर किया।