ख़बरिस्तान नेटवर्क : अमेरिका ने ईरान के तेल और गैस व्यापार को रोकने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। अमेरिकी प्रशासन ने ईरान के अरबों डॉलर के तेल और गैस उत्पादों को वैश्विक स्तर पर भेजने में शामिल 50 से अधिक व्यक्तियों, कंपनियों और जहाजों पर बैन लगा दिया है।
इन बैन की गई संस्थाओं की लिस्ट में 8 भारतीय नागरिक और कंपनियां भी शामिल हैं। अमेरिकी अधिकारियों का आरोप है कि इन व्यक्तियों और कंपनियों ने ईरान को तेल और गैस बेचकर भारी मुनाफा कमाने में मदद की, जिससे ईरान को आतंकवादियों को फंड देने के लिए संसाधन मिले।
इस कारण लिया अमेरिका ने फैसला
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई ईरान को वित्तीय मदद मिलने से रोकने के लिए की गई है। इन बैन व्यक्तियों और कंपनियों पर अमेरिका में कारोबार करने और अमेरिकी क्षेत्र में प्रवेश करने पर भी रोक लगेगी।
जानें क्या पड़ेगा असर
इन कंपनियों की अमेरिका में मौजूद सभी संपत्तियां और अमेरिकी नागरिकों/कंपनियों के साथ इनके लेनदेन को तुरंत फ्रीज (जब्त) कर दिया गया है। कोई भी अमेरिकी नागरिक या कंपनी इन बैन की गई कंपनियों के साथ किसी भी तरह का व्यापार या लेनदेन नहीं कर सकती है। जिन दूसरी कंपनियों में इन बैन हुई कंपनियों की हिस्सेदारी 50% से अधिक है, वे भी इस दायरे में आ जाएंगी।
बैन हुए लोग और कंपनी
नीति उमेश भट्ट- इंडिसोल मार्केटिंग प्रा. लि.
पीयूष मगनलाल -जावियाकेमोविक प्रा. लि.
कमला कनायालाल कसात-हरेश पेट्रोकेम प्रा. लि.
कुणाल कनायालाल कसा-हरेश पेट्रोकेम प्रा. लि.
पूनम कुणाल कसात-हरेश पेट्रोकेम प्रा. लि.
वरुण पुला-बेराथा शिपिंग
अय्यप्पन राजाए-वि लाईन्स
सोनिया श्रेष्ठा-वेगा स्टार शिप मैनेजमेंट प्रा. लि.