ख़बरिस्तान नेटवर्क : जालंधर शहर में चोरी की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं और अब शरारती तत्वों ने धार्मिक स्थलों को अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है। ताजा मामला शहर की ग्रोवर कॉलोनी से सामने आया है, जहां एक मंदिर में बड़ी ही चालाकी से चोरी की घटना को अंजाम दिया गया।
यहां तीन नाबालिग लड़कों ने श्रद्धा के बहाने मंदिर में प्रवेश किया और मौका पाकर भगवान शनि महाराज के चांदी के चरण लेकर रफूचक्कर हो गए। इस घटना के बाद इलाके के लोगों में काफी रोष पाया जा रहा है।
माथा टेकने के बहाने मंदिर में दाखिल हुए बच्चे
मंदिर के पुजारी ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि वह रोजाना की तरह मंदिर में पाठ कर रहे थे। इसी दौरान करीब 12 साल की उम्र के तीन बच्चे मंदिर के अंदर आए। इन बच्चों ने पहले मंदिर में माथा टेका और फिर वहीं पास में बैठ गए। पुजारी को उस समय उन पर कोई शक नहीं हुआ क्योंकि वे आम श्रद्धालुओं की तरह ही व्यवहार कर रहे थे। पुजारी ने बताया कि लड़कों के हुलिए से ऐसा प्रतीत हो रहा था कि उनमें एक नेपाली और दो बिहारी मूल के थे।
जैकेट में छिपाए चांदी के चरण
जैसे ही पुजारी का ध्यान थोड़ा भटका, बच्चों ने वहां रखे शनि महाराज के कीमती चांदी के चरणों को उठा लिया। मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में यह साफ तौर पर देखा जा सकता है कि एक नाबालिग ने बड़ी फुर्ती से चरणों को अपनी जैकेट के अंदर छिपा लिया।
इसके बाद पकड़े जाने के डर से तीनों बच्चे मुख्य द्वार के बजाय मंदिर के दूसरे गेट से चुपचाप बाहर निकल गए। सीसीटीवी फुटेज में बच्चों के चेहरे और उनकी पूरी गतिविधि स्पष्ट रूप से रिकॉर्ड हो गई है, जिसे अब पुलिस को सौंप दिया गया है।
किसी बड़े गिरोह का हाथ होने की आशंका
इस घटना को लेकर स्थानीय निवासियों का मानना है कि इतनी कम उम्र के बच्चे अकेले इस तरह की सुनियोजित चोरी को अंजाम नहीं दे सकते। लोगों ने आशंका जताई है कि इन नाबालिगों के पीछे कोई बड़ा गिरोह सक्रिय हो सकता है, जो बच्चों को आगे करके धार्मिक स्थलों और घरों में चोरी करवा रहा है। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।