ख़बरिस्तान नेटवर्क : राज्यसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी के 10 विधायकों के फर्जी साइन कर नामांकन दाखिल करने वाले जयपुर के नवनीत चतुर्वेदी जल्द गिरफ्तार हो सकते हैं। रूपनगर पुलिस चतुर्वेदी को गिरफ्तार करने के लिए चंडीगढ़ पहुंची है। वहीं चंडीगढ़ पुलिस ने नवनीत को सुरक्षा मुहैया करवाई है।

आम आदमी पार्टी के जालंधर सेंट्रल से विधायक रमन अरोड़ा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर नवनीत चतुर्वेदी के फर्जीवाड़े का खुलासा किया है। पंजाब पुलिस ने विधायकों के फर्जी दस्तखत करने के आरोप में नवनीत चतुर्वेदी पर कई एफआईआर दर्ज हुई हैं।
जयपुर के नवनीत ने किया फर्जीवाड़ा
पंजाब की राज्यसभा की एकमात्र सीट पर होने वाले उपचुनाव में सोमवार को उस समय बड़ा मोड़ आ गया था जब जयपुर निवासी नवनीत चतुर्वेदी, जिन्होंने खुद को जनता पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष होने का दावा करते हुए नामांकन दाखिल किया था। जिसमें आप के विधायकों के फर्जी दस्तखत वाला समर्थन पत्र था। घटनाक्रम तब नाटकीय बन गया जब चतुर्वेदी को सुरक्षा दे रही चंडीगढ़ पुलिस उन्हें लेकर निकल गई। पर्चा फर्जी हस्ताक्षर के आरोपों के चलते रद्द कर दिया गया।


हाईकोर्ट में चुनौती देने की बात कही
अब उन्होंने इस फैसले को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती देने की बात कही है। नामांकन रद्द होते ही उपचुनाव का मुकाबला सीमित हो गया है। अब मैदान में केवल दो उम्मीदवार हैं, आम आदमी पार्टी (आप) के अधिकृत प्रत्याशी राजिंदर गुप्ता और उनकी पत्नी मधु गुप्ता। सूत्रों का कहना है कि मधु गुप्ता मंगलवार को नामांकन वापस ले सकती हैं, जिससे चुनाव का रास्ता लगभग साफ हो जाएगा।
नवनीत के खिलाफ दर्ज हैं कई केस
पंजाब पुलिस ने चतुर्वेदी के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज हैं। आरोप है कि उन्होंने आम आदमी पार्टी के कई विधायकों के फर्जी हस्ताक्षर कर उनके समर्थन में नामांकन दाखिल किया। कई विधायकों ने शिकायत की कि उन्हें सोशल मीडिया पर ऐसे संदेश और पोस्ट दिखे जिनमें उन्हें चतुर्वेदी के प्रस्तावक के रूप में दर्शाया गया था, जबकि उन्होंने कभी सहमति नहीं दी थी।
पुलिस जांच में हुआ बड़ा खुलासा
पुलिस जांच में ये भी सामने आया है कि चतुर्वेदी ने 6 अक्तूबर और 13 अक्तूबर को दो बार नामांकन दाखिल किया था। उनके दस्तावेजों में हस्तलिखित प्रस्तावकों की सूची लगी थी, जिसमें कथित तौर पर विधायकों के हस्ताक्षर थे। ये सूची बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हुई। विधायकों ने इसे पूरी तरह फर्जी बताते हुए मामले की शिकायत की थी। विधायक रमन अरोड़ा ने चुनाव के रिटर्निंग आफिसर राम लोक खताना को पत्र लिखा है कि उन्होंने राज्यसभा चुनाव के लिए किसी का नाम प्रस्तावित नहीं किया और वह किसी नवनीत चतुर्वेदी के नाम के शख्स को जानते तक नहीं हैं।