ख़बरिस्तान नेटवर्क : जालंधर के नकोदर में हुए ड्रोन लूटकांड को लेकर प्रेस क्लब के उस वक्त भारी हंगामा खड़ा हो गया जब नकोदर पुलिस एक युवक को हिरासत में लेने पहुंची। पुलिस ने युवक को पकड़कर गाड़ी में बिठा लिया, लेकिन मौके पर मौजूद युवक के परिजनों ने कड़ा विरोध जताते हुए उसे पुलिस की गाड़ी से नीचे उतार लिया। इस दौरान पुलिस और परिवार के बीच काफी देर तक गहमागहमी बनी रही।
लोकेशन ट्रेस कर पहुंची थी पुलिस
पुलिस अधिकारी हरमिंदर सिंह संधू ने बताया कि दो दिन पहले नकोदर में एक युवक से ड्रोन लूटने की घटना हुई थी। इस मामले में पुलिस आशीष नामक युवक की तलाश कर रही थी। आशीष ने ही अमित नामक युवक को बुलाया था, जिसके बाद यह घटना घटी। आज मोबाइल लोकेशन ट्रेस करते हुए पुलिस टीम प्रेस क्लब के बाहर पहुंची थी और आशीष को पूछताछ के लिए ले जाना चाहती थी।
मां ने दी सफाई, बताया बेकसूर
हंगामे के दौरान आशीष की मां किरण (निवासी फगवाड़ा) ने पुलिस कार्रवाई का विरोध किया। उन्होंने बताया कि 28 अक्टूबर को बिट्टू नामक एक व्यक्ति का फोन आया था, जिसने ड्रोन वाले की मांग की थी। आशीष ने कहा था कि वह किसी को नहीं जानता, लेकिन बिट्टू के कहने पर उसने पवन नामक व्यक्ति का नंबर दे दिया था। मां का दावा है कि इसके बाद उनके बेटे की कोई बात नहीं हुई। उनका बेटा पिछले तीन दिनों से मानसिक रूप से परेशान है और लूट की घटना में उसका कोई लेना-देना नहीं है।
परिवार खुद लेकर जाएगा थाने
काफी देर तक चले हंगामे के बाद परिवार ने पुलिस को आश्वासन दिया कि वे खुद आशीष को लेकर नकोदर पुलिस थाने आएंगे और जांच में सहयोग करेंगे। पुलिस का कहना है कि युवक से पूछताछ के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि लूट की साजिश में उसकी क्या भूमिका थी। शाम तक इस मामले में स्थिति पूरी तरह साफ होने की उम्मीद है।