जालंधर नगर निगम कर्मचारियों की हड़ताल आज दूसरे दिन भी जारी रही। कर्मचारियों ने निगम मुख्यालय का मुख्य गेट बंद कर दिया, जिससे पूरे दफ्तर का कामकाज ठप हो गया। कई दौर की बैठकों के बावजूद मेयर वनीत धीर और कमिश्नर संदीप ऋषि हड़ताल खत्म कराने में नाकाम रहे। हड़ताल के चलते पूरे शहर में कूड़ा उठान भी बंद है और कई इलाकों में सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।
इसी दौरान कर्मचारियों ने कंपनी बाग चौक पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का पुतला फूंककर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। यूनियन का आरोप है कि सरकार वादों को निभाने में पूरी तरह असफल रही है और मुलाजिमों की मांगों को लगातार नजरअंदाज कर रही है।
निगम कर्मचारियों ने मुख्यालय के गेट पर ताला जड़ दिया, जिसके चलते कई अफसर दफ्तर के अंदर ही फंसे रहे, जबकि बाकी को अंदर जाने नहीं दिया गया। हड़ताल की वजह से कूड़ा लिफ्टिंग पूरे शहर में बाधित रही।
1132 भर्तियों के वादे पर कार्रवाई नहीं
सफाई सेवक यूनियन के प्रधान ने बताया कि सरकार ने चुनाव के दौरान 1132 सफाई कर्मचारियों की भर्ती करने का वादा किया था, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि शहर का दायरा लगातार बढ़ रहा है, पर कर्मचारियों की संख्या अभी भी लगभग 1300 ही है, जिसके चलते एक कर्मचारी को तीन से अधिक क्षेत्र संभालने पड़ते हैं। इसके अलावा समय पर सैलरी न मिलना भी कर्मचारियों की बड़ी समस्या है।
मांगें न मानीं तो हड़ताल जारी
यूनियन ने साफ कहा है कि जब तक सरकार उनकी सभी मांगों पर ठोस कदम नहीं उठाती, तब तक हड़ताल अनिश्चितकाल तक जारी रहेगी। निगम मुख्यालय का गेट भी बंद रहेगा और आंदोलन और तेज किया जाएगा।