देश का 53वां मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice of India) जस्टिस सूर्यकांत को आज यानि 24 नवंबर को नियुक्त किया गया। उनकी शपथ-ग्रहण समारोह राष्ट्रपति भवन में हुई, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलाई। इस समारोह के दौरान कई वरिष्ठ राजनेता व न्यायिक नेतृत्व मौजूद थे।
शपथ ग्रहण के बाद मुख्य न्यायाधीश (CJI) सूर्यकांत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई विशिष्ट अतिथियों से मुलाकात की। उन्होंने पूर्व CJI बी.आर. गवई को गले लगाकर उनका अभिवादन भी किया। समारोह के दौरान सुप्रीम कोर्ट के जजों के साथ-साथ ब्राजील सहित सात देशों के मुख्य न्यायाधीश भी राष्ट्रपति भवन में मौजूद रहे।
भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में यह पहला अवसर था जब किसी CJI के शपथ ग्रहण समारोह में इतना बड़ा अंतरराष्ट्रीय न्यायिक प्रतिनिधिमंडल शामिल हुआ। भूटान, केन्या, मलेशिया, मॉरिशस, ब्राजील, नेपाल और श्रीलंका के मुख्य न्यायाधीश भी अपने परिवारों के साथ इस ऐतिहासिक मौके के साक्षी बने।
9 फरवरी 2027 तक रहेगा कार्यकाल
उनका कार्यकाल 24 नवंबर 2025 से शुरू होकर 9 फरवरी 2027 तक रहेगा। इससे पहले इस पद पर बी.आर. गवई रिटायर हुए थे, जिनकी जगह सूर्यकांत ने संभाला।
हरियाणा के हिसार में हुआ जन्म
नए मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत का जन्म हरियाणा के हिसार जिले में 10 फरवरी 1962 को हुआ था और उन्होंने अपने लंबे न्यायिक करियर में कई महत्वपूर्ण फैसले दिए हैं।



