ख़बरिस्तान नेटवर्क : मध्य प्रदेश में बच्चों की मौत का कारण बने जहरीले कोल्ड्रिफ कफ सिरप मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। मध्य प्रदेश सरकार की गठित SIT (विशेष जांच दल) ने बुधवार रात तमिलनाडु की श्रीसन फार्मा कंपनी के डायरेक्टर गोविंदन रंगनाथन को चेन्नई से गिरफ्तार कर लिया है। रंगनाथन पर 20 हजार रुपए का इनाम था और वह अपनी पत्नी के साथ फरार चल रहा था।
SIT ने चेन्नई में रेडकर रंगनाथन को पकड़ा और साथ ही कंपनी से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, दवाओं के नमूने और प्रोडक्शन रिकॉर्ड भी जब्त किए हैं।
बच्चों की मौत का आंकड़ा बढ़कर 24 हुआ
इस कफ सिरप को पीने के बाद किडनी फेल होने से जान गंवाने वाले बच्चों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है। बुधवार (8 अक्टूबर) की रात छिंदवाड़ा के पचधार गांव के 3 वर्षीय मयंक सूर्यवंशी ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वह पिछले कई दिनों से नागपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती था।
बिना बिल के खरीदा था ज़हरीला केमिकल
मामले की जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है। तमिलनाडु डायरेक्टर ऑफ ड्रग्स कंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, यह कफ सिरप नॉन फार्मास्यूटिकल ग्रेड केमिकल से तैयार किया गया था, यानी इसमें दवा बनाने योग्य केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया गया।
जांच में सामने आया है कि कंपनी के मालिक गोविंदन रंगनाथन ने पूछताछ में मौखिक रूप से स्वीकार किया है कि उन्होंने दो बार में 100 किलो (50 किलो के दो बैग) प्रोपलीन ग्लायकॉल खरीदा था।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस जहरीले केमिकल की खरीद का न कोई बिल मिला है और न ही इसकी कोई खरीद एंट्री कंपनी के रिकॉर्ड में दर्ज है। रंगनाथन ने अधिकारियों को बताया कि भुगतान कैश या गूगल पे (G-Pay) के जरिए किया गया था।