ख़बरिस्तान नेटवर्क : पंजाब में रोडवेज मुलाजिमों की हड़ताल शुक्रवार को काफी ज्यादा उग्र हो गई। संगरूर में एक कर्मचारी ने पेट्रोल डालकर खुद को आग लगाने की कोशिश की। उसे रोकने के दौरान धूरी के SHO भी झुलस गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटनास्थल पर अफरा–तफरी का माहौल बन गया।
लुधियाना में कर्मचारी टंकी पर चढ़ा, सरकार के खिलाफ नारेबाजी
लुधियाना बस स्टैंड पर एक रोडवेज मुलाजिम पानी की टंकी पर चढ़ गया और सरकार के खिलाफ नारे लगाने लगा। उसे नीचे आने के लिए कहा गया तो उसने कहा कि सरकार के हाथों मरने से अच्छा है कि ऐसे ही जान दे दी जाए। मौके पर पुलिस ने कर्मचारियों को हटाने की कोशिश की, जिसके दौरान उनकी झड़प भी हो गई।
मानसा में तीन मुलाजिम पेट्रोल लेकर टंकी पर चढ़े
मानसा के बुढलाडा में तीन कर्मचारी पेट्रोल की बोतलें लेकर पानी की टंकी पर चढ़ गए। उनका कहना है कि अगर सरकार ने किलोमीटर स्कीम बसों के टेंडर को वापस नहीं लिया, तो वे आत्मदाह कर लेंगे। पुलिस और प्रशासन लगातार उन्हें मनाने में जुटे हुए हैं।
पटियाला में भिड़ंत, जालंधर में बस स्टैंड बंद
पटियाला में रोडवेज कर्मचारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई, जिसके बाद कई कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया। वहीं जालंधर में मुलाजिमों ने बस स्टैंड को पूरी तरह बंद कर दिया है। यहां तक कि प्राइवेट बसों की एंट्री पर भी रोक लगा दी गई है। आम यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कर्मचारी यूनियन की मांगें जस की तस
रोडवेज कर्मचारी यूनियन के नेता नछत्तर सिंह और विक्रमजीत सिंह ने बताया कि उनकी मुख्य मांग किलोमीटर स्कीम बसों का टेंडर रद्द करना है। उनका कहना है कि दो महीने में तीसरी बार वे धरने पर बैठे हैं। हर बार सरकार टेंडर की तारीख आगे बढ़ा देती है, लेकिन उसे रद्द नहीं करती। साथ ही, वे हिरासत में लिए गए यूनियन नेताओं की रिहाई की भी मांग कर रहे हैं।



